"विपश्यना साधना का दैनिक जीवन में लाभ"
अपने दैनिक जीवन में कोई भी परिस्थिति पैदा होने पर भले ही कुछ क्षणों के लिए सही, मन को शांत संतुलित करना होगा।
इसके लिए उस समय शरीर पर होने वाली संवेदनाओं का सहारा लेना होगा।
जब चित्त समता में हो जाये तब परिस्थिति को अच्छी तरह समझकर निर्णय लें। यह निर्णय अच्छा और कल्याणकारी होगा क्योंकि आधार(base)अच्छा है, चित्त शांत और संतुलित है।
अशांत चित्त से लिया गया कोई भी निर्णय हानि करेगा। वह क्रिया नहीं प्रतिक्रिया होगी।
इस प्रकार विपश्यना साधना का दैनिक जीवन में बहुत लाभ है।
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