Saturday, 8 May 2021

सांस एवं संवेदनाएं दो तरह से मदत करेगी।

💐 सांस एवं संवेदनाएं दो तरह से मदत करेगी। 

1) वे प्राईवेट सेक्रेटरी का काम करेंगी। जैसे ही मन में कोई विकार जागा, सांस अपनी स्वाभाविकता खो देगा, वह हमे बतायेगा—देख, कुछ गडबड है! और हम सांस को डांट भी नहीं सकते। 
हमें उसकी चेतावनी को मानना होगा। 

ऐसे ही संवेदनाएं हमें बतायेगी कि कुछ गलत हो रहा है। 

2) चेतावनी मिलने के बाद हम सांस एवं संवेदनाओं को देख सकते है। ऐसा करने पर शीघ्र ही हम देखेंगे कि विकार दूर होने लगा।

यह शरीर और मन का परस्पर संबंध एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। 

एक तरफ मन में जागने वाले विचार एवं विकार हैं और दूसरी तरफ सांस एवं शरीर पर होने वाली संवेदनाएं हैं। 

मन में कोई भी विचार या विकार जागता है तो तत्क्षण सांस एवं संवेदनाओं को प्रभावित करता ही है। 

इस प्रकार, सांस एवं संवेदनाओं को देख कर हम विकारों को देख रहे हैं। पलायन नहीं कर रहे, विकारों के आमुख होकर सच्चाई का सामना कर रहे हैं। 

शीघ्र ही हम देखेंगे कि ऐसा करने पर विकारों की ताकत कम होने लगी, पहले जैसे वे हमपर अभिभूत नहीं होते। 

हम अभ्यास करते रहें तो उनका सर्वथा निर्मूलन हो जाएगा। 

विकारों से मुक्त होते होते हम सुख एवं शांति का जीवन जीने लग जाएंगे।